इंदौर : राष्ट्रीय एकता सप्ताह के तहत भारत सरकार के रसायन एवं उवर्रक मंत्रालय और औषधि विभाग फार्मास्युटिकल एवं मेडिकल डिवाइसेस ब्यूरो ऑफ इंडिया(पीएमबीआय) के सौजन्य से माधव सृष्टि में जन औषधि मित्र सम्मेलन का आयोजन किया गया। विधायक महेंद्र हार्डिया कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। प्रो. डॉ अरुण गुप्ता, प्राचार्य,चमेलीदेवी फार्मेसी कॉलेज, कार्यक्रम के विशेष अतिथि थे। अध्यक्षता डॉ. मुकेश मोड़ ने की।
सम्मेलन में पीएम जन औषधि योजना की जानकारी दी गई।
बताया गया कि देश मे 725 जिले हैं। इनमें से 693 जिलो में जन औषधि केंद्र खोले जा चुके हैं।
8 वर्ष पहले पूरे देश मे 75 केंद्रों से आरम्भ हुई योजना के तहत अब कुल 8010 औषधि केंद्र हैं।
केंद्र सरकार इस योजना पर लगभग 258 करोड़ रुपए प्रतिवर्ष खर्च करती है। इन केंद्रों का उद्देश्य आमजन को सस्ती दवाइयां उपलब्ध कराने के साथ ही जागरूकता लाना है। डॉक्टर्स में भी इन जेनेरिक दवाइयों के प्रति कर्तव्यबोध जगाना है।
फार्मा कंपनिया सामाजिक दायित्व के कारण अपने लाभांश में कमी करती है इसलिए जेनेरिक दवाइयां सस्ती होती हैं। इनकी गुणवत्ता कहीं भी कम नहीं होती। जन औषधि मित्र सम्मेलन में बड़ी संख्या में फार्मेसी के विद्यार्थी व नियमित ग्राहकों ने इसमें भाग लिया और अपने अनुभव भी साझा किए।
कार्यक्रम में अतिथि स्वागत अमित सोनी और डॉ संजय लोंढे ने किया।संचालन राजेश राठौर ने किया।
जन मित्र औषधि सम्मेलन में जेनेरिक औषधियों को लेकर दी गई उपयोगी जानकारी
Last Updated: November 2, 2021 " 12:18 am"
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