जल्द आकर्षक स्वरूप में दिखाई देगा महाकाल मंदिर परिसर, सीएम ने की विकास कार्यों की समीक्षा

  
Last Updated:  January 29, 2022 " 09:01 pm"

भोपाल : महाकाल मंदिर परिसर, उज्जैन शीघ्र ही आकर्षक स्वरूप ग्रहण करने जा रहा है। मनोहारी लाइटिंग और साउंड सिस्टम स्थापित होने से महाकाल परिसर बिल्कुल नए रूप में दिखेगा। महाकाल मंदिर परिसर विस्तार योजना के प्रथम चरण के कार्य 90 प्रतिशत पूर्ण हो गए हैं। कुल 714 करोड़ रूपये की परियोजना में से मध्यप्रदेश सरकार 421 करोड़ रूपये की धन राशि खर्च कर रही है। केंद्र सरकार का अंशदान 271 करोड़ रुपए का है, जबकि प्रबंध समिति 21 करोड़ की राशि खर्च कर रही है। यह जानकारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में मंत्रालय में सम्पन्न हुई एक उच्चस्तरीय बैठक में दी गई। बैठक में मुख्यमंत्री चौहान ने उज्जैन में संचालित निर्माण कार्यों और सौंदर्यीकरण योजनाओं की समीक्षा की। बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव नगरीय विकास मनीष सिंह, प्रमुख सचिव जनसम्पर्क राघवेंद्र कुमार सिंह और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

प्रधानमंत्री मोदी से करेंगे लोकार्पण का अनुरोध।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि महाकाल मंदिर परिसर विस्तार योजना के कार्यों को आगामी 3 माह में व्यवस्थित रूप से पूर्ण कर लिया जाए। इन कार्यों के पूर्ण होने पर लोकार्पण की तिथि तय होगी। इसके लिए मुख्यमंत्री चौहान स्वयं दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित करेंगे और लोकार्पण का अनुरोध करेंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने बैठक में निर्देश दिए कि महाकाल मंदिर के अलावा उज्जैन के अन्य मंदिरों और दर्शनीय स्थानों का भी विकास हो और अन्य गतिविधियां भी संचालित हों जिससे श्रद्धालु और पर्यटक एक दो दिन रुकना चाहें तो रुक सकें। श्रद्धालु यहां की यात्रा के बाद पूर्ण आनंद और संतोष का भाव लेकर जाएं।

महाशिवरात्रि पर उज्जैन में घर- घर जलें दीप।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि महाशिवरात्रि पर्व पर एक मार्च को उज्जैन में घर-घर में दीप जलाए जाएं । इसमें व्यापक जनभागीदारी हो। मुख्यमंत्री चौहान ने श्री महाकाल महाराज मंदिर परिसर उज्जैन की विस्तार योजना के कार्यों की विस्तार से समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि यहां कोटि तीर्थ शुद्ध जल से भरा रहे और यह क्षेत्र भव्यता और दिव्यता का अनुभव करवाए। क्षिप्रा में जल का प्रवाह बना रहे। देश में अक्षरधाम जैसे स्थानों की तरह बल्कि उससे भी श्रेष्ठ जनाकर्षण उज्जैन के तीर्थ स्थानों पर रहे, इसके प्रयास हों। सिंहस्थ के लिए भी स्थायी महत्व के कार्य किए जाएं। जो कार्य शेष हैं, उन्हें व्यवस्थित रूप से पूर्ण किया जाए।

महाकाल मंदिर विकास परियोजना जल्द पूरी करें।

श्री महाकाल महाराज मंदिर परिसर में प्रथम और द्वितीय चरण में मिलाकर राज्य सरकार की ओर से 421 करोड़ रुपए की राशि विभिन्न कार्यों पर खर्च की जा रही है। भारत सरकार द्वारा 271 करोड़ की राशि व्यय हो रही है। इन कार्यों के पूर्ण होने के फलस्वरुप उज्जैन में महाकाल परिसर और अन्य स्थानों पर विशेष सुविधाओं का विकास होगा। परियोजना के दोनों चरण जून 2030 तक पूर्ण हो जाएंगे। प्रथम चरण के कार्य अगले तीन माह में पूर्ण होंगे। यह कार्य आने वाले सिंहस्थ- 2028 की दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण होंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि उज्जैन में इस तरह कार्य हों कि संपूर्ण क्षेत्र आकर्षक लगे। यहां आवश्यकतानुसार वृक्षारोपण भी किया जाए। नगर के सौंदर्य में वृद्धि के लिए आवश्यक कार्यों को शीघ्र पूर्ण किया जाए। संपूर्ण क्षेत्र भगवान शिव की महिमा का दर्शन करवाने वाला हो।

उज्जैन का मनाएं जन्म दिवस

मुख्यमंत्री चौहान ने कलेक्टर उज्जैन आशीष सिंह को निर्देश दिए कि जिस तरह व्यक्ति के जन्मदिन पर विशेष कार्यक्रम होते हैं, उज्जैन में भी नगर के जन्मदिवस पर विभिन्न कार्यक्रमों की रूपरेखा बनाएं। यह जन्मदिन कार्यक्रम व्यापक जनभागीदारी का हो। प्रदेश के अन्य नगरों, ग्रामों के जन्मदिवस के आयोजन भी किए जाएं ,ऐसे निर्देश दिए गए हैं। यह अवसर नगर और ग्राम के विकास पर चर्चा और सुनियोजित प्रयासों को लागू करने का संकल्प दिवस भी होगा। जन्म दिवस पर नगर और ग्राम विकास की ठोस रूप रेखा भी तैयार की जाए।

Facebook Comments

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *