90 फीसदी किसान आंदोलन से दूर हैं- विजयवर्गीय

  
Last Updated:  December 10, 2020 " 02:32 am"

इंदौर : बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का दावा है कि देश में जो किसान आंदोलन चल रहा है, 90 प्रतिशत किसान उससे दूर हैं। इस आंदोलन को जो ताकतें सपोर्ट कर रही हैं वो देश के लिए खतरे की घंटी है। विदेश में किसान आंदोलन का समर्थन हो रहा है।उन्होंने कहा कि न्यूजीलैंड और कनाडा के राष्ट्रपति ने किसान आंदोलन का समर्थन किया है। ब्रिटेन में भारतीय दूतावास के सामने किसान आंदोलन के समर्थन में कतिपय लोगों ने प्रदर्शन किया। ये कौन लोग है, इसकी तह में जाना चाहिए और समझना चाहिये कि किसानों के नाम पर राजनीति कौन कर रहा है।

कृषि कानून किसानों को समृद्ध करेगा।

विजयवर्गीय ने कहा इससे अच्छा कृषि कानून हो ही नही सकता है ये किसानों की समृद्धि का कानून हैं। उनकी आमदनी को दुगुना करने वाला कानून है। ये किसानों की किस्मत पलट सकता है।

कांग्रेस के घोषणा पत्र में शामिल था कृषि कानून।

कांग्रेस को घेरते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि कृषि कानून में जो प्रावधान हैं उन्हें कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में शामिल किया था। पर किसानों का कांग्रेस पर विश्वास नहीं था। पीएम मोदी ने उन सब प्रावधानों को लागू कर दिया तो कांग्रेस को लगता है कि उनके हाथ का हथियार भी छीन गया है। उन्होंने कहा कि किसानों को कृषि कानून के बारे में सोचना चाहिए।

कोरोना वैक्सीन को लेकर दिग्विजयसिंह पर किया पलटवार।

कोरोना वेक्सीन को लेकर दिग्विजयसिंह द्वारा दिए गए हालिया बयान जिसमें उन्होंने वेक्सीन को लेकर जनता को गिनीपिग नही बनाने की बात कही थी पर विजयवर्गीय ने पलटवार करते हुए कहा कि दिग्विजयसिंह डॉक्टर नहीं हैं। विजयवर्गीय ने कहा कि दिग्विजयसिंह एक सीनियर लीडर हैं। मैं उनको सलाह देता हूँ कि आपको यदि इस बारे में अल्प ज्ञान है तो टिप्पणी न करें।

बंगाल में खत्म हो गया है लॉ एंड ऑर्डर।

पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी की घटना पर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि बंगाल में लॉ एंड ऑर्डर खत्म हो गया है। वहां पुलिस और गुंडो का नेक्सस है। इसलिये वहां अराजकता का वातावरण है। ममता सरकार को बने रहने का कोई अधिकार नही है। हमने प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है।

Facebook Comments

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *