इंदौर अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल का धमाकेदार समापन।
गदर 2 फेम के मनीष वाधवा और ल्यूक केनी ने फेस्टिवल के आखिरी दिन सिखाई अभिनय की बारीकियां।
इंदौर : 7वें प्रेस्टीज इंदौर अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह का समापन मशहूर इटालियन डीजे ओली के फीनिक्स सिटाडेल में धमाकेदार लाइव कॉन्सर्ट के साथ हुआ। संस्थान के छात्रों, फैकल्टीज, अतिथियों के साथ बड़ी संख्या में शहर के युवाओं ने इस सुनहरी शाम में डीजे नाइट का झूमते, नाचते हुए आनंद लिया।
इससे पूर्व प्रेस्टीज प्रबंध संस्थान के यूजी कैंपस के ऑडोटोरियम में आयोजित वन टू वन कन्वर्सेशन में गदर 2 फेम फिल्म में अपनी दमदार अभिनय क्षमता से प्रभावित करने वाले मनीष वाधवा और फिल्म अभिनेता, निर्देशक ल्यूक केनी ने फेस्टिवल के आखिरी दिन छात्रों से फिल्म जगत,अपनी अभिनय यात्रा और अभिनय की बारीकियों को लेकर में अपने विचार साझा किए।
चाणक्य के रोल ने बदली ज़िंदगी की दिशा : मनीष वाधवा।
अभिनेता मनीष वाधवा ने कहा कि एक अच्छा एक्टर बनने के लिए आपको शत – प्रतिशत देना होता है। फेलियर से न डरें तभी सफलता आपके कदम चूमेगी।
वाधवा ने कहा कि अच्छा अभिनय करने के लिए अपने किरदार को समझना बहुत जरुरी है। कोई भी रोल आसान नहीं होता। अलग- अलग तरह के रोल करना बहुत मुश्किल होता है। `चाणक्य’ के किरदार को अपने अभिनय यात्रा का सबसे अच्छा किरदार बताते हुए उन्होंने कहा इस किरदार ने उनकी ज़िंदगी की दिशा बदल दी। इससे उन्हें बहुत फेम और लोकप्रियता मिली।
हम सब में है आर्टिस्ट, पहचानने की है देर : ल्यूक कैनी।
बहुमुखी कलाकार ल्यूक कैनी ने वन टू वन में बताया कि यदि आपकी कहानी सत्यता पर आधारित है तो उसे अपडेटेड होना बहुत ज़रूरी होता है। कभी भी किसी डायरेक्टर, राइटर के कंटेंट को दोष न दें क्योंकि वो अपनी कहानी के माध्यम से उसके किरदारों को दर्शाता है। उसे देखना और समझना बहुत ज़रूरी है, उसके पीछे एक उद्देस्य है। ओ.टी.टी प्लेटफॉर्म्स पर बातचीत करते उन्होंने कहा कि हमें कंटेंट को दोष नहीं देना चाहिए क्योंकि यह वो तरीका होता है जिससे स्टोरी टेलर हमें अपनी स्टोरी और कैरेक्टर्स को दिखाना चाहते हैं। केनी ने कहा कि हमे अपने अंदर के कलाकार को बाहर लाना चाहिए और सोच को पॉजिटिव रखना चाहिए।