इंदौर : हिन्दी के प्रचार – प्रसार हेतु प्रतिबद्ध ‘मातृभाषा उन्नयन संस्थान’ द्वारा प्रतिवर्ष दो हिन्दी साधकों को ‘हिन्दी गौरव अलंकरण’ से विभूषित किया जाता है। इसी कड़ी में वर्ष 2022 के लिए हिन्दी की सुप्रसिद्ध लेखिका कृष्णा अग्निहोत्री एवं तीन दशक से देवपुत्र के प्रधान संपादक रहे वरिष्ठ पत्रकार कृष्ण कुमार अष्ठाना को हिन्दी गौरव अलंकरण से विभूषित किए जाने का निश्चय किया गया है। फ़रवरी माह में ही इन्हें एक समारोह में इस अलंकरण से विभूषित किया जाएगा।
श्रीमती अग्निहोत्री वर्षों से हिन्दी साहित्य जगत् में सेवा कर रही हैं। अब तक आपके साहित्य पर शोध कर 200 से अधिक लोग पीएचडी कर चुके हैं। लगभग 30 वर्षों से बाल साहित्य की अग्रणीय बाल पत्रिका देवपुत्र के माध्यम से जन सामान्य तक हिन्दी भाषा की पहुँच बनाने में अपनी सक्रिय भूमिका निभाने वाले और पत्रकारिता जगत् में बाल साहित्य को स्थान दिलाने में महती भूमिका निभाने वाले कृष्ण कुमार अष्ठाना का साहित्यिक अवदान भी रेखांकित होता है।
ज्ञात हो कि संस्थान द्वारा वर्ष 2020 से आरम्भ हिन्दी गौरव अलंकरण में प्रतिवर्ष एक हिन्दी सेवी पत्रकारिता के क्षेत्र से व एक हिन्दी सेवी, साहित्य लेखन क्षेत्र से चयनित किए जाते हैं। पूर्व में वर्ष 2020 में पद्मश्री अभय छजलानी एवं अज्ञेय के चौथा सप्तक में शामिल राजकुमार कुम्भज एवं वर्ष 2021 में कैलाश चंद्र पंत व डॉ. विकास दवे हिन्दी गौरव अलंकरण से विभूषित हो चुके हैं।