इंदौर : यूपी के कानपुर में 9 पुलिसकर्मियों की हत्या में शामिल रहे कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे की उज्जैन में कथित गिरफ्तारी पर सवाल उठने लगे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं द्वारा इस मामले में मप्र सरकार को कटघरे में खड़ा करने से सियासी उबाल आ गया है। कमलनाथ, दिग्विजय सिंह सहित तमाम कांग्रेसी नेताओं ने इस मामले में शिवराज सरकार और एमपी पुलिस की घेराबंदी करते हुए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के कानपुर कनेक्शन से जोड़ दिया है।
यूपी चुनाव में कानपुर के प्रभारी थे नरोत्तम..
मप्र कांग्रेस ने गैंगस्टर विकास दुबे की गिरफ्तारी या सरेंडर को लेकर ट्वीट के जरिए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने कहा है कि यूपी चुनाव में नरोत्तम मिश्रा कानपुर के प्रभारी थे और अब उज्जैन के प्रभारी हैं। आगे आप खुद समझदार हैं।
गैंगस्टर के सरेंडर करने की हो उच्चस्तरीय जांच।
पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि यूपी कानपुर के कुख्यात गैंगस्टर और पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपी विकास दुबे के उज्जैन में सरेंडर करने की घटना की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। इसमें किसी बड़ी सियासी साजिश की बू आ रही है।
दिग्विजयसिंह ने की न्यायिक जांच की मांग।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजयसिंह ने ट्वीट कर सीएम शिवराज से विकास दुबे की गिरफ्तारी या सरेंडर की न्यायिक जांच की मांग की है। इस गैंगस्टर के किस- किस नेता या पुलिसकर्मियों से संपर्क हैं, इसकी जांच होनी चाहिए। विकास को न्यायिक हिरासत में रखते हुए उसकी सुरक्षा का पुख्ता प्रबंध होना चाहिए ताकि सारे राज सामने आ सके।
इसके अलावा पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, पीसी शर्मा, बाला बच्चन और जीतू पटवारी ने भी यूपी के गैंगस्टर विकास दुबे की उज्जैन में कथित गिरफ्तारी पर सवाल खड़े करते हुए आरोप लगाया कि मप्र अपराधियों की शरणस्थली बन गया है।
नरोत्तम ने किया पलटवार..
कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि एमपी पुलिस किसी को छोड़ती नहीं है। हमारी पुलिस पहले से ही अलर्ट थी। विकास दुबे को उज्जैन से गिरफ्तार किया गया है।