इंदौर : होमगार्ड के सैनिकों ने संगठन के बड़े अधिकारियों पर नियम व सेवा शर्तों के अनुरूप उन्हें मिलने वाली सुविधाओं, मान वेतन और भोजन राशि से जानबूझकर वंचित रखने का आरोप लगाया है। ऑल इंडिया होमगार्ड वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष सुशील कुमार शर्मा की अगुवाई में पीड़ित होमगार्ड्स ने प्रेस वार्ता के जरिये अपनी बात रखी।
उनका कहना था कि नगर सैनिकों के मान वेतन, भत्ते और अन्य सुविधाओं को लेकर सुप्रीम कोर्ट व हाई कोर्ट ने समय- समय पर आदेश जारी किए हैं। लेकिन डिस्ट्रिक्ट और डिविजनल कमांडेंट ने इन आदेशों की खुली अवहेलना करते हुए शासन के पास नगर सैनिकों के मान वेतन व भत्तों के पुनरीक्षण को लेकर कोई प्रस्ताव शासन को नहीं भेजा। इससे तमाम नगर सैनिक पुनरीक्षित मान वेतन और अन्य लाभों से वंचित हैं। कई नगर सैनिक तो सेवानिवृत हो चुके हैं।
पीड़ित नगर सैनिकों का कहना था कि उन्होंने जब इस अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई तो उन्हें डराने- धमकाने के साथ नौकरी से ही बाहर कर दिया गया। उनकी उपस्थिति कार्यालय में दर्ज नहीं की जा रही है और मान वेतन से भी वंचित रखा जा रहा है। ऐसा करके डिस्ट्रिक्ट और डिविजनल कमांडेंट, सिविल सेवा आचरण नियम संविधान में निहित मूल अधिकारों का भी हनन कर रहे हैं। पीड़ित नगर सैनिकों का कहना है कि वे नियमों के तहत ही पुनरीक्षित मान वेतन और अन्य लाभों की मांग कर रहे हैं।
अपनी मांगों को लेकर और अधिकारियों के मनमाने बर्ताव के खिलाफ उन्होंने अदालत का दरवाजा भी खटखटाया है।
नगर सैनिकों ने अधिकारियों पर लगाया मान वेतन, भत्तों से वंचित रखने का आरोप
Last Updated: August 12, 2020 " 01:30 pm"
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