इंदौर : कोरोना संक्रमण अब खतरनाक स्तर तक पहुंचने लगा है। प्रतिदिन संक्रमितों की तादाद बढ़ती जा रही है। सितंबर माह में ही दो हजार से ज्यादा कोरोना के नए संक्रमित मरीज सामने आए हैं। भले ही आपके पास पैसा हो पर इलाज मिलेगा ही, इसकी कोई ग्यारंटी नहीं है। निजी हो या सरकारी अस्पताल, कहीं भी बेड खाली नहीं है। ऐसे में रास्ता यही बचता है कि हम सावधानी रखें। जरूरी हो तो ही घर से बाहर निकले। मास्क अनिवार्य रूप से पहने। सेनिटाइजर का इस्तेमाल करें और दो गज की दूरी बनाकर रखें। विशेषज्ञों का ये भी कहना है कि गर्म पानी पीने के साथ एहतियात के बतौर गर्म पानी की भांप भी लेते रहें।
386 नए मरीजों में पाया गया संक्रमण।
सोमवार 14 सितंबर को 1047 सैम्पल लिए गए। 2959 सैम्पलों की जांच की गई। 2544 निगेटिव पाए गए। 386 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। 26 सैम्पल रिपीट पॉजिटिव मिले। हालांकि संक्रमितों की संख्या बढ़ने के बावजूद टेस्टिंग के अनुपात में औसत देखा जाए तो 19 फीसदी तक पहुंचा संक्रमण घटकर 13 फीसदी पर आ गया है।
आज दिनांक तक की बात करें तो 255754 सैम्पलों की जांच की गई। 17547 सैम्पल पॉजिटिव पाए गए।
4 मरीजों की गई जान।
सोमवार को 4 और कोरोना संक्रमित मरीजों की जान चली गई। इन्हें मिलाकर अब तक 467 मरीजों की जिंदगी कोरोना ने छीन ली है।
246 मरीजों को किया डिस्चार्ज।
कोरोना का संक्रमण जानलेवा सिद्ध हो रहा है ये सच है। लेकिन मरीजों की बड़ी तादाद ऐसी है जो कोरोना को मात देने में सफल रहे हैं। सोमवार को भी 246 मरीज कोरोना को हराकर घर लौटे। इन्हें मिलाकर अब तक 11782 मरीज कोरोना को पटखनी देने में कामयाब रहे हैं।5298 मरीजों का इलाज फिलहाल चल रहा है।