इंदौर : पूर्व विधायक गोपीकृष्ण नेमा ने राजमोहल्ला सब्जी मंडी के सब्जी विक्रेताओं को लेकर निगम द्वारा अपनाए जा रहे तानाशाही पूर्ण रवैये की निंदा की है। उन्होंने मांग की है कि नगर निगम इस कार्रवाई के औचित्य को जनता के बीच स्पष्ट करें और पूरे शहर को सब्जी मंडी बनने से बचाए। नेमा ने कहा कि शहर में विभिन्न स्थानों पर अघोषित रूप से सब्जी मंडियां बन गई हैं। उदाहरण के लिए जिलाधीश कार्यालय के सामने जीडीसी, दशहरा मैदान रोड, महावीर बाग के सामने एरोड्रम रोड, धार रोड, आदि स्थानों पर अवैध रूप से सामूहिक सब्जी विक्रय केंद्र बने हुए हैं जो प्रमुख मार्गो पर यातायात में भी बाधा उत्पन्न करते हैं। उस तरफ निगम का कोई ध्यान नहीं है।
इसके विपरीत राजमोहल्ला क्षेत्र में स्वयं निगम द्वारा घोषित स्थान पर सब्जी विक्रय कर रहे विक्रेताओं को पुलिस और निगम कर्मियों द्वारा हटाया जाना निंदनीय है और निगम के दोहरे मापदंड को स्पष्ट करता है। नेमा ने कहा कि पूर्व निर्धारित स्थान पर लग रही सब्जी मंडी को हटाया जा रहा है और अनाधिकृत तरीके से कब्जा जमाकर बैठे सब्जी वालों को संरक्षित किया जा रहा है, ये स्वीकार्य नहीं है।
नेमा के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीब ठेले वालों को ₹10 हजार लोन योजना चलाकर कोरोना काल में रोजगार के अवसर प्रदान किए। इन गरीबों को रोजगार के अवसर देने की बजाय घोषित सब्जी मंडी के स्थान पर रोजगार नहीं करने देना केंद्र सरकार की मंशा के भी विपरीत है नेमा ने संभागआयुक्त, जिला कलेक्टर व निगमायुक्त से मांग की है कि निगम द्वारा की जा रही इस कार्रवाई में हस्तक्षेप कर गरीबों को रोजगार का अवसर दें। शहर की सुंदरता समाप्त करने वाले और अव्यवस्थित सब्जी विक्रय करने वालों पर नियंत्रण कर उन्हें भी उचित स्थान आवंटित कर रोजगार का अवसर दे।
राजमोहल्ला की अधिकृत सब्जी मंडी हटाने पर भड़के पूर्व विधायक नेमा, नगर निगम पर लगाया दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप
Last Updated: December 23, 2021 " 07:38 pm"
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