इंदौर : रामनवमी के अवसर पर राजेंद्र नगर स्थित श्रीराम मंदिर में प्रभु श्रीराम का जन्मोत्सव आस्था और उल्लास के साथ मनाया गया। जन्मोत्सव के तहत पुणे के प्रख्यात ओजस्वी युवा वक्ता विक्रम एडके का व्याख्यान अपरिचित रामायण विषय पर हुआ। उन्होंने प्रभु श्रीराम के जन्म का आख्यान किया। दोपहर ठीक 12 बजे घंटे, शंख, झांझ- मंजीरों की मंगल ध्वनि के साथ प्रभु श्रीराम का जन्मोत्सव मनाया गया। महिलाओं ने राम जन्मला ग सखी राम जन्मला गीत गा कर खुशियां प्रकट की । पाळणा, अंगाई गीत भी गाए। जन्म के समय पुष्प वर्षा और शानदार आतिशबाजी भी की गई। बाद में वेदमूर्ति धनंजय शास्त्री वैद्य के कर कमलों से गुरु पुष्य के शुभ मुहूर्त में मंदिर के शिखर पर नवीन कलश चढ़ाया गया।
इस अवसर पर धनंजय शास्त्री ने कलश की महत्ता बताते हुए कहा कि कलश में सप्तऋषि और दस दिशाओं के दिकपाल निवास करते हैं। इसी तरह कलश के शिखर पर मंदिर में प्रतिष्ठित देवता रहते हैं। इसीलिए मंदिर के शिखर दर्शन से ही मंदिर में स्थापित मूर्तियों के दर्शन का पुण्य प्राप्त होता है। शाम को मंदिर परिसर में 1008 दीपक लगाए गए। इस मौके पर संपूर्ण मंदिर परिसर को फूलों और गुब्बारों से सजाया गया था। देर रात तक मंदिर में दर्शनार्थियों की आमद बनी रही।