सुवर्णा के गायन से सुरभित हुआ नए साल का पहला रविवार

  
Last Updated:  January 6, 2019 " 08:16 am"

इंदौर: पंचम निषाद संगीत संस्थान के मासिक उपक्रम ‘स्वर प्रवाह’ के तहत ख्यात शास्त्रीय गायिका सुवर्णा वाड़ के गायन की महफ़िल इंदौर प्रेस क्लब के माथुर सभागार में सजाई गई।
कार्यक्रम का आगाज पंचम निषाद की प्रशिक्षु छात्राओं की प्रस्तुति के साथ हुआ। वरिष्ठ गायिका शोभा चौधरी की शिष्याओं मीनल मोडक, रेणु तिवारी, वैभवी कुलकर्णी और स्मिता बिरार ने राग मधमाद सारंग में बंदिश मध्य त्रिताल ‘करत काहे हो बरजोरी ‘ पेश की। तबले पर धवल परिहार और हारमोनियम पर रवि किल्लेदार ने उनका साथ दिया।
इसके बाद कार्यक्रम की मुख्य कलाकार सुवर्णा वाड़ ने मंच संभाला। उन्होंने राग शुद्धसारंग में विलंबित एकताल में ख्याल पेश किया। बोल थे ‘सब मिल देवो मुबारक’ । इसके बाद उन्होंने शुद्धसारंग में ही तराना देरेना दिमतनन गाया। राग शुध्दसारंग के तराना के बाद सुवर्णाजी ने राग पटदीप मे डाँ प्रभा अत्रे की बंदिश “करम करो मोरे साई” प्रस्तुत की। आखिर में भजन गुरूजी मै तो एक निरंजन ध्याऊ जी गाकर उन्होंने कार्यक्रम का समापन किया। तबले पर संजय मंडलोई और हारमोनियम पर रवि किल्लेदार की संगत ने सुवर्णाजी के गायन को परवान चढ़ाया।
इस मौके पर दिवंगत कर्नल विनायक नितसुरे और अजय पंडित को श्रद्धांजलि भी दी गई।
कार्यक्रम के आयोजन में इंदौर प्रेस क्लब और संस्कृति संचालनालय मप्र शासन ने भी सहयोगी भूमिका निभाई।
आयोजकों की ओर से शोभा चौधरी और अरविंद तिवारी ने अतिथि कलाकारों का स्वागत किया। संचालन संजय पटेल ने किया। नए साल की यह पहली प्रस्तुति थी।

Facebook Comments

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *