खुद को ट्रांसपोर्ट मालिक बताकर झूठे दस्तावेजों के सहारे करते थे ऑनलाइन ठगी।
अबतक सैकड़ों कारोबारियों को लगा चुके हैं करोड़ों रूपए का चूना।
इंदौर : आगरा की हैलो गैंग” के मुखिया सहित 02 आरोपियों को ब्रांच इंदौर ने गिरफ्तार किया है। स्वयं को ट्रांसपोर्ट मालिक बताते हुए ट्रक से रिलेटेड दस्तावेज भेजकर झूठे विश्वास में लेते हुए 10 से अधिक राज्यों में सैकड़ों लोगों के साथ आरोपियों ने करोड़ों रुपए की ठगी करना स्वीकार किया है।
ऐसे पकड़ में आए आरोपी।
उपायुक्त अपराध शाखा कार्यालय इंदौर में फरियादी द्वारा अपने साथ ट्रांसपोर्ट मालिक बनकर माल कर्नाटक भेजने के नाम पर अज्ञात आरोपियों ने 4,15,763/– रूपये प्राप्त करके, मोबाइल बंद कर संपर्क तोड़ते हुए धोखाधड़ी करने की शिकायत की थी। जिसकी जांच फ्रॉड इंन्वेस्टीगेशन सेल टीम द्वारा कराई गई । शिकायत में जॉच करते हुए पाया गया कि फरियादी, जिसकी कंपनी का माल देश के विभिन्न राज्यों में ट्रांसपोर्ट होता है, “आगरा की हेलो गैंग” के आरोपी (1).हिमांशु गिरी पिता दशरथ निवासी कबीर कॉलोनी वाराणसी, (उ.प्र.) और (2).दुर्गेश कुमार उर्फ देव उर्फ नितिन ठाकुर पिता शेरपाल दुर्गा नगर, कुबेरपुर, आगरा (उ.प्र.) द्वारा स्वयं को ऑल इंडिया कंटेनर सर्विस का मोटर मालिक बताकर फरियादी से कर्नाटक माल ट्रांसपोर्ट करने के नाम से ऑनलाइन एडवांस पेमेंट के रूप में 4,15,763/– रुपए प्राप्त कर धोखाधड़ी की गई थी। दोनों आरोपियों के विरुद्ध क्राइम ब्रांच इंदौर पुलिस द्वारा अपराध धारा 419, 420, 109, 120बी भादवि एवं 66d आईटी एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध कर उन्हें गिरफ्तार किया गया।
आरोपी दुर्गेश व हिमांशु ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने पहले कॉल सेंटर में जॉब की थी, वहां से कॉलिंग का तरीका सीखा था। उसके बाद दोनों आरोपियों की मुलाकात जेल में हुई थी जहा दोनों ने मिलकर योजना बनाते हुए आगरा की ‘हेलो ठगी गैंग’ बनाई । आरोपी स्टूडेंट्स व नए लोगो से परिचय कर स्वयं को एंटी करप्शन डिपार्टमेंट का अधिकारी बताते हुए प्रभाव जमाते थे। उनसे बैंक खाते का नंबर लेकर धोखाधड़ी की प्राप्त राशि को जमा करवाकर उक्त राशि को नगद व ग्राहक सेवा केंद्र के माध्यम से आहरित करवाते थे।
हेलो गैंग के ये बदमाश देश के विभिन्न राज्यों के ट्रांसपोर्टर, व्यापारियों व लोगो से Justdial, vahak App व अन्य माध्यमों से जिन्हे समान ट्रांसपोर्ट करवाना है से संपर्क करते थे और गाड़ी मालिक को एजेंट बताकर गाड़ी के ट्रांसपोर्ट संबंधी दस्तावेज प्राप्त कर उक्त दस्तावेज को ठगी के लिए उपयोग करते थे। एजेंट व माल से संबंधित व्यापारी को भेजकर कि आपको माल उक्त ट्रांसपोर्ट के माध्यम से भेजेंगे,फरियादी के पास ट्रक पहुंचाते हुए झूठे विश्वास में लेकर एडवांस पेमेंट ऑनलाइन अन्य व्यक्ति के खाते में डलवाकर प्राप्त करने के बाद व्यापारी व ट्रक मालिक दोनों से सम्पर्क तोड़ते हुए ऑनलाइन ठगी करते थे।
आदतन आरोपी दुर्गेश के विरुद्ध धोखाधडी के थाना ताजगंज, थाना जेतपुर जिला आगरा एवं थाना लंका जिला वाराणसी एवं आरोपी हिमांशु के विरुद्ध 02 प्रकरण पहले से पंजीबद्ध हैं।
क्राइम ब्रांच इंदौर द्वारा हेलो गैंग आरोपियों के कब्जे से दूसरे के नाम की इश्यू कई मोबाइल सिमकार्ड, व बैंक डेबिट कार्ड बरामद किए गए हैं। आरोपियों के विरुद्ध धोखाधडी का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना की जा रही है जिसके आधार प्रकरण में अग्रिम वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।