इंदौर : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर बीजेपी ने अपनी तैयारी लगभग पूरी कर ली है। हालांकि ये चुनाव गैर दलीय आधार पर हो रहे हैं लेकिन बीजेपी जिला और जनपद पंचायतों में अपने समर्थित प्रत्याशियों मैदान में उतारेगी। ग्राम पंचायतों के चुनाव में भी बीजेपी समर्थित पंच, सरपंच चुनकर आए, यह प्रयास पार्टी का रहेगा। ये कहना है बीजेपी इंदौर के जिलाध्यक्ष राजेश सोनकर का, वे पंचायत चुनावों के संदर्भ में अवर लाइव इंडिया के साथ चर्चा कर रहे थे।
किसानों के हित में उठाए कई कदम।
राजेश सोनकर ने एक सवाल के जवाब में कहा कि केंद्र की मोदी और प्रदेश की शिवराज सिंह सरकार ने किसानों के हित में कई कदम उठाएं हैं। किसान सम्मान निधि के जरिए केंद्र और राज्य सरकार किसानों के खाते में कुल 10 हजार रूपए डाल रही है। किसानों को बिजली, पानी और खाद की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। उन्हें उनकी उपज का वाजिब दाम मिल रहा है। गांव- गांव में सड़कों का जाल बिछाकर उन्हें प्रमुख मार्गों से जोड़ा गया है। इससे किसानों और ग्रामीणों के लिए आवागमन सुचारू हो गया है।हर घर में नल के जरिए जल पहुंचाने का कार्य तेजी से चल रहा है। बीजेपी सरकारों के काम से ग्रामीण और किसान खुश हैं, इसके चलते पंचायत चुनावों में बीजेपी को भारी सफलता मिलेगी, इसका उन्हें पूरा भरोसा है।
बिजली की कोई कमी नहीं।
यह पूछे जाने पर की कोयले की कमी से ग्रामीण इलाकों बिजली कटौती का बीजेपी की संभावनाओं पर विपरीत असर नहीं होगा..? इस बारे में राजेश सोनकर का कहना था कि कोयला संकट से कुछ दिन परेशानी आई थी पर अब वो खत्म हो चुकी है।ग्रामीण व किसानों को भरपूर बिजली मिल रही है। बिजली की कोई कमी नहीं है।
गेहूं के निर्यात पर बैन का कोई असर नहीं।
बीजेपी जिलाध्यक्ष राजेश सोनकर ने इस बात से इनकार किया कि केंद्र सरकार द्वारा गेहूं के निर्यात पर बैन लगाने से किसानों में कोई नाराजगी है। श्री सोनकर का कहना था कि इससे कोई फर्क नही पड़ेगा। किसानों की उपज समर्थन मूल्य पर खरीदी जा रही है, ऐसे में उनके नाराज होने का कोई सवाल ही नहीं है।
बीजेपी पूरी दमदारी से लड़ेगी चुनाव।
बीजेपी जिलाध्यक्ष का कहना था कि गैर दलीय होने के बावजूद बीजेपी जिला और जनपद पंचायत के चुनाव पूरी ताकत से लड़ेगी। हमारा प्रयास रहेगा की जिला और चारों जनपदों में अधिक से अधिक बीजेपी समर्थित पार्षद चुनकर आए, जिससे जिला व जनपद अध्यक्ष बीजेपी के बन सकें।